लखनऊ न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश में महाकुंभ को लेकर सियासत गरमाई हुई है। समाजवादी पार्टी लगातार महाकुंभ में प्रशासनिक अव्यवस्थाओं और मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ को लेकर योगी सरकार पर हमलावर है। इसी बीच लखनऊ में सपा कार्यालय के बाहर एक पोस्टर चर्चा का विषय बन गया है। इस पोस्टर में अखिलेश यादव की संगम में डुबकी लगाते हुए तस्वीर के साथ दावा किया गया है कि अगली बार प्रदेश में सपा सरकार आने पर अर्धकुंभ का विशेष आयोजन किया जाएगा।
यह पोस्टर समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सोमिल सिंह श्रीनेत द्वारा लगवाया गया है, जो सपा कार्यालय के बाहर लगाया गया है। पोस्टर पर लिखा गया है— "27 में आएंगे अखिलेश, 32 में भव्य अर्धकुंभ कराएंगे विशेष।" यह नारा साफ संकेत देता है कि सपा 2027 में सत्ता में वापसी का दावा कर रही है और 2032 में बड़े स्तर पर अर्धकुंभ आयोजित करने की योजना बना रही है। इस पोस्टर के जरिए सपा ने महाकुंभ के बहाने अपनी भविष्य की रणनीति भी साफ कर दी है।
अखिलेश यादव ने महाकुंभ को लेकर योगी सरकार पर लगातार हमले तेज कर दिए हैं। उन्होंने सरकार पर महाकुंभ में हुई अव्यवस्थाओं और भगदड़ में मारे गए लोगों की सही संख्या छुपाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सरकार को मृतकों के सही आंकड़े सार्वजनिक करने चाहिए। संसद में भी उन्होंने इस मुद्दे को उठाते हुए वीआईपी मूवमेंट और प्रशासनिक खामियों पर सवाल खड़े किए हैं।
बीजेपी फिलहाल इस मुद्दे पर सतर्क रुख अपनाए हुए है। पार्टी का कहना है कि महाकुंभ की घटनाओं की न्यायिक जांच कराई जाएगी, लेकिन इस पर सपा के हमलों का सीधा जवाब देने से बच रही है। ऐसे में महाकुंभ को लेकर राजनीति लगातार गर्म होती जा रही है और आने वाले दिनों में इस पर और सियासी घमासान देखने को मिल सकता है।